Moko Kahan Dhundhe Re Bande
मोको कहां ढूढे रे बन्दे
- कबीर (Kabir)
- English translation by Rabindranath Tagore
मोको कहां ढूढे रे बन्दे
मैं तो तेरे पास में
ना तीर्थ मे ना मूर्त में
ना एकान्त निवास में
ना मंदिर में ना मस्जिद में
ना काबे कैलास में
मैं तो तेरे पास में बन्दे
मैं तो तेरे पास में
ना मैं जप में ना मैं तप में
ना मैं बरत उपास में
ना मैं किर्या कर्म में रहता
नहिं जोग सन्यास में
नहिं प्राण में नहिं पिंड में
ना ब्रह्याण्ड आकाश में
ना मैं प्रकति प्रवार गुफा में
नहिं स्वांसों की स्वांस में
खोजि होए तुरत मिल जाउं
इक पल की तालाश में
कहत कबीर सुनो भई साधो
मैं तो हूँ विश्वास में
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Category: hindi-poems
... i have taken it for my recitation test
Sachhi bant tou yahi hai ke jise hum mandior masjid main dhundate hai woh hai tou hara bhiter hi, Ye aur bat hai ki haman khabar nahie.
adbhut praya s
Iai Bharat
Kahe ri nalini tu kumhalani?
Tere hi nali sarovar pani.
Jal me utpati, jal me baas,
Jal me nalini tor nibaas.
Na tali tapti, na upari aagi.
Tor hetu kahu kasani lagi?
Kahe kabir je udik saman,
Te nahi muye hamare jaan.
Please tell me how to write in Hindi... so that I'll be able to submit others in hindi
& this 1 is amaizing....
root of adyatmika
:D