Veer Tum Badhe Chalo
बढ़े चलो
-द्वारिकाप्रसाद माहेश्वरी
वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
साथ में ध्वजा रहे
बाल दल सजा रहे
ध्वज कभी झुके नहीं
दल कभी रुके नहीं
सामने पहाड़ हो
सिंह की दहाड़ हो
तुम निडर,हटो नहीं
तुम निडर,डटो वहीं
वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
प्रात हो कि रात हो
संग हो न साथ हो
सूर्य से बढ़े चलो
चन्द्र से बढ़े चलो
वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
एक ध्वज लिये हुए
एक प्रण किये हुए
मातृ भूमि के लिये
पितृ भूमि के लिये
वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
अन्न भूमि में भरा
वारि भूमि में भरा
यत्न कर निकाल लो
रत्न भर निकाल लो
वीर तुम बढ़े चलो
धीर तुम बढ़े चलो
Hum bachchhe jinko 15 ya 26 tarikhi 'bundiya' khane aur 'bans' katane aur chutti ka ek din lagata tha ko is kavita ne 《hamare hindi ke Master Sahab- Pandiji Mastersahab ne》mayane badal diya tha!
it
न हाथ एक अस्त्र हो,
न अन्न वीर वस्त्र हो,
हटो नहीं, डरो नहीं,
बढ़े चलो, बढ़े चलो
रहे समक्ष हिम-शिखर,
तुम्हारा प्रण उठे निखर,
भले ही जाए जन बिखर,
रुको नहीं, झुको नहीं,
बढ़े चलो, बढ़े चलो
घटा घिरी अटूट हो,
अधर में कालकूट हो,
वही सुधा का घूंट हो,
जिये चलो, मरे चलो,
बढ़े चलो, बढ़े चलो
गगन उगलता आग हो,
छिड़ा मरण का राग हो,
लहू का अपने फाग हो,
अड़ो वहीं, गड़ो वहीं,
बढ़े चलो, बढ़े चलो
चलो नई मिसाल हो,
जलो नई मिसाल हो,
बढो़ नया कमाल हो,
झुको नही, रूको नही,
बढ़े चलो, बढ़े चलो
अशेष रक्त तोल दो,
स्वतंत्रता का मोल दो,
कड़ी युगों की खोल दो,
डरो नही, मरो नहीं,
बढ़े चलो, बढ़े चलो
हाथ में ध्वजा रहे बाल दल सजा रहे, ध्वज कभी झुके नहीं दल कभी रुके नहीं!
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !!
सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो, तुम निडर डरो नहीं तुम निडर डटो वहीं!
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !!
प्रात हो कि रात हो संग हो न साथ हो, सूर्य से बढ़े चलो चन्द्र से बढ़े चलो!
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !!
एक ध्वज लिये हुए एक प्रण किये हुए, मातृ भूमि के लिये पितृ भूमि के लिये!
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !!
अन्न भूमि में भरा वारि भूमि में भरा, यत्न कर निकाल लो रत्न भर निकाल लो!
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !! </cite></em></dd>
<dd><dd><strong>सावर्ण </strong></dd></dd>
humne ye kavita 2ri ya 3ri mein padhi thi.
iseki pahli 4 lines aaj bhi yaad thi kai dino se ise dhoondh rahe the... umeed nahin thi ki net par itni aasani se mil jaayegi... ye kavita humare jeevan ki pahli kavita hai aur jeevan bhar ki PRERNA!!!
dhanyawad!
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टिप्पणी
वीर तुम बढ़े चलो / द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
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वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
हाथ में ध्वजा रहे बाल दल सजा रहे
ध्वज कभी झुके नहीं दल कभी रुके नहीं
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो
तुम निडर डरो नहीं तुम निडर डटो वहीं
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
प्रात हो कि रात हो संग हो न साथ हो
सूर्य से बढ़े चलो चन्द्र से बढ़े चलो
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
एक ध्वज लिये हुए एक प्रण किये हुए
मातृ भूमि के लिये पितृ भूमि के लिये
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
अन्न भूमि में भरा वारि भूमि में भरा
यत्न कर निकाल लो रत्न भर निकाल लो
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
श्रेणियाँ: कविता | प्रसिद्ध रचना
it is marg me ruko nahin...
This poem makes my childhood days alive
tum nidar daro nahi
laal chaman prat ka ,mrig magan raat ka. and more can you make it complete
you are right
तुम निडर,डटो नहीं
Wasn't it like
तुम निडर,हटो नहीं
तुम निडर,डटो vaहीं
sorry did not know how to use hindi font!
Thanks a lot.
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
हाथ में ध्वजा रहे बाल दल सजा रहे
ध्वज कभी झुके नहीं दल कभी रुके नहीं
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो
तुम निडर डरो नहीं तुम निडर डटो वहीं
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
प्रात हो कि रात हो संग हो न साथ हो
सूर्य से बढ़े चलो चन्द्र से बढ़े चलो
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
एक ध्वज लिये हुए एक प्रण किये हुए
मातृ भूमि के लिये पितृ भूमि के लिये
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
अन्न भूमि में भरा वारि भूमि में भरा
यत्न कर निकाल लो रत्न भर निकाल लो
वीर तुम बढ़े चलो ! धीर तुम बढ़े चलो !
dato vahin means hold your ground there.
So 'dato nahin' is exactly the opposite of what the poet wanted to say.
Also, this poem is in CBSE curriculum, I don't remember for which grade but I am sure that it is 'dato vahin'.
dato nahin mean ---- if u are so afraid of enemies u run away.
TUM NIDAR DATO VAHIN
Good day!
tum nidar hato nahin
tum nidar hato nahin
toodles
tum nidar hato nahin
tum nidara hato nahin
toodles
tum nidar hato nahin
tum nidar dato VAHIN